आजादी का जश्न ऐसे मनाते हैं अमेरिका के लोग

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4 जुलाई 1776 को अमेरिका ने अपने को एक नये स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में घोषित किया था और ब्रिटिश साम्राज्य से अपने को मुक्त कियाथा। इसलिए इस दिन जगह-जगह परेड एवं झांकी निकाला जाता है, आतिशबाजी किया जाता है। 

रामसुंदर द्सौंधी/शैंपेन शहर, इलोनाइस राज्य, USA

अमेरिकी यात्रा संस्मरण-12

4 जुलाई को था अमेरिका का स्वतंत्रता दिवस। वस्तुतः 4 जुलाई 1776 को अमेरिका ने अपने को एक नये स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में घोषित किया था और ब्रिटिश साम्राज्य से अपने को मुक्त कियाथा। इसलिए इस दिन जगह-जगह परेड एवं झांकी निकाला जाता है, आतिशबाजी किया जाता है। इस अवसर पर देश में सार्वजनिक अवकाश रहता है।
इस अवसर पर विगत 4 जुलाई को मुझे भी शैंपेन- अरबना ट्वीन सिटी की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित समारोह में शामिल होने का अवसर मिला। दिन के 11 बजे से 1बजे तक परेड और झांकी का आयोजन था। हमलोग निश्चित समय से पहले ही निर्धारित मार्ग के किनारे पहुंच गये। अपने साथ कपडे की मुड़ने वाली कुर्सी, छाता और घास पर बिछाने वाला चादर भी लेकर गये थे। कुछ लोग कुर्सी पर और बाकी लोग घास पर चादर बिछाकार बैठ गए। तेज धूप के कारण बिना छाता वाले लोग पेड़ों की छाया में बैठे थे। शहर और आसपास के करीब आधे लोग इसी तरह सड़क के दोनों ओर जमे थे। जगह-जगह अस्थायी पोर्टेबल शौचालय भी लगे थे।
करीब 11 बजे परेड प्रारंभ हुआ। सबसे आगे थोड़ी-थोड़ी देर पर हवा में फायरिंग करते हुए कतारबद्ध पैदल सशस्त्र सुरक्षा बल चल रहे थे। उसके बाद क्रमशः अरबना और शैंपेन के मेयर अलग-अलग वाहनों में उपस्थित लोगों का अभिवादन कर रहे थे। उसके पीछे फायर प्रोटेक्शन विभाग के कुछेक अग्निशमन वाहन। फिर वाद्ययंत्रों को बजाते पैदल चल रहे सुरक्षाकर्मियों की अनेक झांकियां। तत्पश्चात किस्म-किस्म के वाहनों पर सवार लोगों और दृश्यों का समूह। साथ-साथ अनेक झांकियों के साथ-साथ मार्ग के किनारे बैठे बच्चों को चौकलेट बांटने चल रहे थे। बच्चे भी अपने पास के झोले टाफियों से भरते जा रहे थे। गर्मी को देखते हुए मार्ग पर चल रहे झांकियों की ओर से मार्ग के किनारे बैठे आम जनों पर पानी के हल्के फुहारें भी छींटते चल रहे थे। झांकियों की शृंखला में अमेरिका की राजनीतिक दल डेमोक्रेटिक पार्टीवालों की ओर से भी एक झांकी निकाली गई थी जिसमें करीब 100 से ज्यादा लोग पैदल चल रहे थे।इसी के साथ सीनेटर भी पैदल चलते हुए लोगों से हाथ मिलाकर स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए पैदल चल रही थीं।करीब 1बजे परेड और झांकी का कार्यक्रम संपन्न हुआ।
इस अवसर पर शाम पांच-छह बजे अमेरिकी लोग अपने-अपने घरों में अपने मित्रों एवं संबंधियों को आजादी की खुशियां मनाने के लिए आमंत्रित किए हुए थे। उनके घरों के आगे वाहनों की कतार देखा जा रहा था। बताया गया कि लोग अपने-अपने घरों से मनपसंद व्यंजन बनाकर लाते हैं और एक साथ खाते हैं। कुछ लोग अपने घर के आगे छोटे-बड़े अमेरिकी झंडा भी फहराये हुए थे।
शाम 9 बजे से एक घंटे का सामूहिक आतिशबाजी का कार्यक्रम हुआ। पुनः इस कार्यक्रम में भी सम्मिलित हुआ। यह कार्यक्रम भी उसी जगह हुआ जहां से दिन में परेड शुरू हुआ था।उसी प्रकार लोग अपनी कुर्सी अपना चादर अपना पानी बोतल लेकर आए हुए थे। इस आयोजन में लगता था कि शहर और आसपास के 70%लोग जहां-तहां शांति से बैठे हुए थे।निर्धारित समय पर आसपास की बत्तियां बन्द कर कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।रंग-बिरंगे आतिशबाजी से दर्शकगण आनंद विभोर हो रहे थे। एक से बढ़कर एक आतिशबाजी।कार्यक्रम स्थल के आसपास वायुयान से निगरानी जारी रहा। सारे लोग पिन ड्राप साइलेंस।कार्यक्रम के अंत में सर्वोत्कृष्ट आतिशबाजी हुई। उसके बाद सारे दर्शनार्थी एक साथ ताली बजाकर अपनी खुशी को व्यक्त किए। इसके बाद बत्तियों को पुनः जला दिया गया।सारे दर्शनार्थीगण धीरे-धीरे चलने की तैयारी करने लगे।अपनी कुर्सी और चादर समेट लिए।फिर अपने आसपास जो कचड़ा था उसे उठा कर एक थैली में जमा किये और तब धीरे-धीरे अपने पार्किंग स्थल की ओर प्रस्थान किए।कहीं कोई शोर नहीं।हर व्यक्ति दूसरे व्यक्ति की असुविधा का ख्याल रख रहे थे। कुछ जगह मोबाइल जेनेरेटर सहित लैंपपोस्ट लगाया गया था।वाहन पर सवार होकर सड़क पर निकलने पर अपने एक महीने से अधिक के प्रवास में पहली बार एक जगह ट्राफिक पुलिस दिखाई दिया जो आज के भीड़-भाड़ में यातायात को नियंत्रित कर रहा था। कुल मिलाकर एक चिरस्मरणीय अनुभव।
Comments in BBW group on facebook: 
Amita Sharma इस बार की आपकी अमेरिका यात्रा सभी के लिए उपयोगी एवं यादगार
 
Sonu Kumar Rai बहुत बढिया जानकारी 🙏
 
Dharmendra Sharma अति सुन्दर वर्णन … सराहनीय सर !!
 
Tuhin Kumar शैम्पेन अरबना जुडवां शहर द्वारा आयोजित अमेरिकी142वा lndepence.dayसमारोह भव्य मनोहर और अनुशासित था।टाफियां वितरण जल छिडकाव आतिशबाजी एवं पूर्ण शान्ति बेहतरीन था।शौचालय व सवचछता पर विशेष ध्यान था।गुलामी ओर गरमी अजूबा लगा।
 
Niteshwar Prasad Rai अच्छी जानकारी. आपका बहुत- बहुत धन्यवाद
 
पं. दीपक शर्मा: आपका पोस्ट वाकई में बहुत ही रुचिकर व आनंददायक होता है ! पढ़ने के तत्पश्चात ऐसा महसूस होता है कि हम स्वयं ही अमेरिका की यात्रा पर हों !
Roy Tapan Bharati हर बार एक नई जानकारी। आजादी के जश्न के दिन भी सफाई का निर्वहन।
 
Krishna Kanhaiya Rana आपके द्वारा बहुत सी जानकारियां प्राप्त हो रही है राधे राधे
 
Lp Rai बहुत अच्छी प्रस्तुति और सम्पूर्ण जानकारी के लिये बहुत बहुत बधाई
 
Virendra Kumar Rai बहुत बढिया जानकारी

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