ट्रंप ने भारत-चीन को धमकाया, दम है तो ईरान से तेल ले जाकर दिखाओ

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हाल ही में अमेरिका ने ‘काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शंस एक्ट’ (काट्सा) का प्रयोग कर एस-400 की खरीद को लेकर चीनी प्रतिष्ठानों पर प्रतिबंध लगाए थे। अब भारत पर भी यही खतरा मंडरा रहा है

नई दिल्ली: भारत के ईरान से तेल खरीदने को लेकर अमेरिका पहले से ही नाराज चल रहा है और अब उसने सख्त कदम उठाने की धमकी दी है। भारत और रूस के बीच हुए एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली सौदे को लेकर भी अमेरिका से खफा है और दादागिरी की भाषा का इस्तेमाल कर रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी भरे लहजे में कहा है कि 4 नवंबर के बाद अगर कोई देश ईरान से तेल खरीदता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाया जाएगा।
ट्रंप ने कहा कि 4 नवंबर तक दुनियाभर के देश ईरान से कच्चे तेल का आयात पूरी तरह से बंद करें, वरना उन्हें अमेरिका ‘देख लेगा’। ट्रंप ने भारत और चीन को भी चेतावनी देते हुए कहा कि ‘हम उन्हें भी देखेंगे’।
बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साल 2015 में ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग कर लिया था और उसके बाद ईरान पर प्रतिबंध लगा दिया था। ट्रंप ने ईरान से तेल खरीदने वाले सभी देशों से अपील की है कि वो ईरान से कच्चे तेल का आयात घटाकर शून्य कर लें और अगर ऐसा नहीं किया तो उन देशों पर भी प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
गौरतलब है कि भारत ने हाल ही में रूस से एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की खरीद के लिए 5 अरब डॉलर का सौदा किया है, जिसपर अमेरिका ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी। इसके अलावा भारत ने ये भी कहा है कि भारतीय कंपनियां ईरान से तेल खरीदना जारी रखेंगी।
रूस से हुए एस-400 सौदे में अमेरिका का काट्सा एक्ट सबसे बड़ा रोड़ा बना हुआ है। दरअसल, ये एक्ट वैश्विक तौर पर अमेरिका के ईरान, उत्तर कोरिया और रूस के खिलाफ आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंधों के माध्यम से उन्हें निशाना बनाने की ताकत देता है।
 
बता दें हाल ही में अमेरिका ने ‘काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शंस एक्ट’ (काट्सा) का प्रयोग कर एस-400 की खरीद को लेकर चीनी प्रतिष्ठानों पर प्रतिबंध लगाए थे। अब भारत पर भी यही खतरा मंडरा रहा है। हालांकि भारत को इसमें कुछ छूट मिलने की संभावना है। अमेरिका में मौजूद ‘फ्रेंड्स ऑफ इंडिया’ को आशा है कि ट्रंप भारत को काट्सा के तहत प्रतिबंधों से छूट देंगे, क्योंकि अमेरिका भारत को अपना महत्वपूर्ण रक्षा साझेदार मानता है।

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