अंतरराष्ट्रीय क्वालिटी के कैस्टोर और ट्रॉली पहियों का उत्पादन और वैश्विक मार्केटिंग कर रहे दिल्ली की गौरव इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर अंकुर मंगला से आपने अब तक जाना, लॉकडाउन 0.4 से आधी मार्केट ही खुल पाई है और आधी मार्केट अब भी बंद हैं। कैस्टोर पहियों के उत्पादन के लिए कच्चा माल देश के हर कोने से मंगाना पड़ता है, इसी तरह कैस्टोर पहियों की सप्लाई भी पूरे देश में है। सबकी समस्या है कि कुछ जगहों पर अब भी लॉकडाउन है। कई जगह अब भी रेड जोन, कंटेन्मेंट एरिया है इससे बिजनेस में प्रॉब्लम आ रही है। पर 17 साल के बिजनेस पीरियड में पहली बार अंकुर मंगलाजी को आराम फरमाने का इतना लंबा वक्त मिला।
Gaurav Industries कंपनी के डायरेक्टर अंकुर मंगला से खबर-इंडिया के संपादक राय तपन भारती की बातचीत (2री किश्त)
khabar-india.com: अंकुर मंगलाजी, यह सब जानने के बाद ऐसा लग रहा है कि पिछले साल का टर्न ओवर मेंटेन करना मुश्किल लग रहा है। इंडस्ट्रीज में कुछ नए लोग जो 4-5 साल से हैं वे बड़े तनाव में हैं। सरवाइव करने के लिये उनको क्या गुरुमंत्र देंगे ताकि उनका हौसला बना रहे।
Ankur Mangla: सारी बिजनेस कम्युनिटी से मेरी एक ही गुजारिश है कि मार्केट में लिक्विडिटी हम सब मिलकर क्रिएट करें। सब कुछ हम लोग सरकार पर न छोड़ दें। उसका तरीका ये है कि अगर आपके पास पेमेंट बकाया है तो उसे रोकें नहीं। अपने पास जरूरत के पैसे रखकर जितना ज्यादा संभव हो सके बाजार में पेमेंट का सिलसिला जारी रखें। अगर अपनी कुछ सेविंग्स निकाल सकें और उसे सर्कुलेट करें उसे मार्केट में रोटेट करें तो उसी से लिक्विडिटी का चक्र घूमेगा और इस तरह कम समय में भी सबके पास लिक्विडिटी क्रिएट हो जाएगी।khabar-india.com: यह सही है कि लिक्विडिटी का चक्र अब घूमने लगेगा और इस तरह से देश की GDP ऊपर उठने लगेगा। पर एक बात बताइये, आपकी इंडस्ट्री के लिए कच्चा माल अभी अवेलेबल है या उसमें दिक्कत आ रही है?
Ankur Mangla: रॉ मटेरियल तो उपलब्ध हैं पर सबके दाम बढ़ गए हैं। मजदूरों के भी वेतन बढ़ गए हैं। मेरे कई अच्छे ऑर्डर जो उन 10 दिनों में अच्छे सप्लाई जाने थे उन पर महंगे कच्चे माल और महंगी मजदूरी से पुरानी दर पर उत्पाद देना एक बड़ी चुनौती है। अभी हम देखगें कि हमारी या अन्य की कंपनी के खर्चे रुके नहीं। अपनी बैलेंस सीट से लॉकडाउन के 2 महीने को नजरंदाज कर ही हम सब आगे बढ़ सकेंगे। पेमेंट रोकने की बजाए उसका भुगतान करने की जरूरत है तब कारोबार फिर से पटरी पर आ जाएगी।
khabar-india.com: इन सब समस्याओं के बाद फिर तो पिछले साल का टर्न ओवर मेंटेन करना मुश्किल हो जाएगा। आप सब लम्बे समय से इंडस्ट्रीज में हैं। पर मैं ये जानना चाहता हूँ कि जो लोग 4-5 साल से हैं वे बड़े तनाव में हैं? उनको इंडस्ट्रीज में सर्वाइव करने के लिये क्या गुरुमंत्र देंगे? ताकि उनका हौसला बना रहे।
Ankur Mangla: सारी बिजनेस कम्युनिटी से मेरी एक ही गुजारिश है कि मार्केट में लिक्विडिटी हम सब मिलकर क्रिएट करें। सरकार भी उद्यमियों और कारोबारियों को दिल से सपोर्ट करती रहे। अगर आपके पास पेमेंट बकाया है तो उसे रोकने के बजाय जरूरत के पैसे रखकर पेमेंट का सिलसिला निरंतर जारी रखें। अगर अपनी कुछ सेविंग्स निकाल सकें और उसे सर्कुलेट कर सकें तो मार्किट में रोटेट कीजिए तो उसी से लिक्विडिटी का चक्र घूमेगा और इस तरह से कम समय में ही सबके पास लिक्विडिटी क्रिएट हो जाएगी।
khabar-india.com: ऐसा लग रह है कि जीडीपी में गिरावट से चिंतित होकर मोदी सरकार उद्योग-धंधे को फिर से पटरी पर लाना चाहती है, इसके लिए सरकार कदम भी उठा रही है, आगे कैस्टोर और ट्रॉली पहियों की इंडस्ट्री का भविष्य कैसा दिख रह है?
Ankur Mangla: उद्योगों के सामने ट्रांसपोर्टेशन की बड़ी चुनौती है। उद्योग विभाग अनुमति तो दे रहा है, लेकिन रास्ते में गाड़ी रोके जाने की समस्या है। अधिकारियों का स्पष्ट कहना है कि अपने रिस्क पर माल भेजें। वे फोन नहीं सुन सकेंगे। जरूरी वस्तुओं की गाडिय़ों को तो रोका नहीं जाएगा। अन्य उत्पाद को रोका जा सकता है जिनमें हमारी कैस्टोर और ट्रॉली पहियों की इंडस्ट्रीज भी शामिल है। इसीलिए इसके लिए अलग से आदेश जारी किए जाने चाहिए।
khabar-india.com: उद्योगों में उत्पादन तेज करने के साथ ही आप सब कोरोना महामारी से कैसे बचें?
Ankur Mangla: इसमें से कुछ भी किसी एक व्यक्ति के नियंत्रण में नहीं है। हमारा अहम काम यह है कि हम खुद को सुरक्षित रखें और और हर व्यक्ति को सुरक्षित रखें। क्योंकि यह बीमारी इस तरह की है कि जैसे ही आप कोई जोखिम भरा कदम उठाते हैं तो अपने आस पास के सभी लोगों को जोखिम में डाल देते हैं। मैं खुद घर से ही सारा काम कर रहा हूँ क्योंकि बाहर निकालने पर जोखिम अधिक है। हमे अपने बुजुर्ग माता-पिता की सेहत का बी ख्याल रखना है। इन सभी बातों के साथ-साथ अपने निवेश और मार्केटिंग को मैनेज करने के मामले में भी स्मार्ट होने की जरूरत है।
(इंटरव्यू की यह आखिरी किश्त थी, कल किसी और उद्यमी का इंटरव्यू पढिए)
Business Relation: You may contact for Business relation with Ankur Mangla, Director, Gaurav Industrieson his Email Id: industries.gaurav@gmail.com and and his Phone # 9312030167
(इंटरव्यू के संपादन में khabar-india.com की सहायक संपादक प्रियंका राय का सहयोग)