भारतीय रेलवे ने यात्रियों को दिया नायाब तोहफा, अब बिना टिकट ट्रेन में सफर हुआ मुमकिन

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भारतीय रेलवे ने रेल यात्रियों के लिए एक अच्‍छी खबर लेकर आई है। अब ट्रेन छूट जाने के डर से बिना टिकट लिए ट्रेन में चढ़ने वालों को अब चलती गाड़ी में भी टिकट देने की व्‍यवस्था की जा रही है। फिलहाल रेलवे की यह सुविधा अभी शुरुआती दौर में सुपरफास्ट ट्रेनों में लागू की गयी है।

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेल में सफर करने वाले यात्रियों को बड़ी सौगात दी है। रेल मंत्री का कहना है, यदि इसके परिणाम अच्छे निकले तो जल्द ही लंबी दूरी की अन्य ट्रेनों में भी इस व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा।रेलवे ने अब बिना टिकट के यात्रियो को ट्रेन में चढ़ने पर भी जुर्माना नहीं देना होगा, लेकिन रेलवे की इस बेहतरीन सुविधा एक पाने के लिए यात्रियो को एक काम करना बेहद जरूरी होगा। इसके लिए बिना टिकट लिए ट्रेन में चढ़ने वाले यात्रियों को सबसे पहले टीटीई को तलाश कर बताना होगा कि उसके पास टिकट नहीं है, जिसके बाद टीटीई संबंधित यात्री से तय किराए के साथ ही 10 रुपए अतिरिक्त शुल्क लेकर हैंड हेल्ड मशीन से टिकट निकालकर उसे दे देगा।

अक्‍सर देखने को मिलता टीएचए कि लोग ट्रेन छूटने के डर से बिना टिकट लिए ट्रेन में चढ़ जाते हैं। जिससे बाद में उन्‍हें ट्रेन के अंदर बहुत सारी समस्यायों का सामना करना पड़ता है। कई बार उन्‍हें बिना टिकट यात्रा करने पर रेलवे नियमानुसार अर्थदंड भी देना पड़ता था जो उनकी यात्रा टिकट से दो-तीन गुना महँगा पड़ जाता है। लंबे समय से यात्रियों को हो रही इस असुविधा को ध्‍यान में रखते हुए भाजपा  राज मे अब रेलवे ने उनके लिए एक अच्‍छी सुविधा शुरू की है।

आपको बता दे कि बीते 1 अप्रैल से रेलवे ने ट्रेन के अंदर टिकट देने की सुविधा को लागू किया। जिससे बिना टिकट वाले यात्री टी.टी.ई. से संपर्क कर टिकट ले सकेंगे। इस सुविधा के अंतर्गत टी.टी.ई. को हैंड हेल्‍ड मशीन दी गयी है जिसकी मदद से टी.टी.ई. ट्रेन के अंदर ही यात्रियों को टिकट देगा। यह हैंड हेल्ड मशीन रेलवे के पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम के सर्वर से कनेक्ट होगी। जैसे ही यात्री टिकट मांगेगा, मशीन में नाम, जगह डालते ही टिकट निकल आएगी। मशीन की मदद से ट्रेन में खाली बर्थों की जानकारी भी आसानी से प्राप्त कि जा सकेगी। यदि किसी यात्री की वेटिंग क्लियर नहीं हुई है तो वह टीटीई  के पास जाकर अपनी टिकट दिखाकर खाली सीट की जानकारी लेकर उसे कन्फर्म करा सकता है।

एक तरह से देखा जाए तो रेलवे की इस योजना से टीटीई का गोरखधंधा भी खत्म होने के आसार है। दरअसल ट्रेन छूटने की हालत में अक्सर लोग बिना टिकट लिए ट्रेन में चढ़ जाते थे और ट्रेन के अंदर टीटीई उनसे मनमाना पैसा वसूलते थे। इतना ही नहीं वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को बर्थ खाली ना होने की बात करके दूसरों से पैसा लेकर वो उन्हें सीट मुहैया कराते थे। लेकिन अब रेलवे के इस फैसले से टीटीई की काली कमाई पर अंकुश तो लगेगा ही साथ ही रेलवे का यह फैसला भ्रष्टाचार रोकने की ओर भी एक बड़ा कदम बताया जा रहा है।

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